Mnushya – मनुष्य

मनुष्य बना है मन से अर्थात् जिसके पास मन हो वह ही मनुष्य है. कुछ लोग जानबूझकर मनुष्य को मनु महाराज से जोड़ते है जो ठीक नहीं है. उसी प्रकार जैसे अरबी में आदम का उल्लेख है जिससे ही आदमी शब्द की उत्पत्ति होने के बावत कही जाती है. हिन्दी के शब्द मनुष्य मन से ही बना है जिससे की अंग्रेज़ी का मैन Man बना है ठीक उसी प्रकार से मन से ही मनुष्य शब्द बना है. मनुष्य अर्थात् जिसके पास मन रूपी एक सूक्ष्म और कारण शरीर है उसे ही हमारे शास्त्रों में मनुष्य कहा गया है. मनुष्य होना इस जगत में एक बड़ी उपलब्धि है क्योकि मनुष्य होकर ही जीवन की गरिमा को उपलब्ध हो जाया जा सकता है. कहते है कि मनुष्य जन्म एक चौराहा है जहां से मनुष्य मात्र की उन्नति और अवनति के सारे रास्ते खुल जाते है. यहाँ से कोई परमात्मा भी हो सकता है. और चाहे तो उसकी गरिमा से नीचे भी गिर सकता है. सब कुछ मनुष्य पर निर्भर है. बीज रूप में वे सारे तत्व मनुष्य के पास मौजूद है जिससे परमात्मा हुआ जा सकता है या कह सकते है कि मनुष्य परमात्मा तक पहुच सकता है.



टिप्पणियाँ